The Courage to Be Disliked Book Summary in Hindi

क्या आपने कभी सोचा है कि आपके जीवन के सबसे बड़े अवरोधक आप खुद हो सकते हैं? क्या आप अपने बीते हुए कल के कारण आज के जीवन को खुशहाल नहीं बना पा रहे हैं? तो तैयार हो जाइए, क्योंकि आज हम जानेंगे 'The Courage to Be Disliked' book से कैसे हम अपने जीवन में बदलाव ला सकते हैं। इस video को अंत तक देखें और जानें कि कैसे आप बिना किसी डर के अपनी जिंदगी को जी सकते हैं।
The Courage to be Disliked Book Summary in Hindi
The Courage to be Disliked Book Summary in Hindi 

नमस्कार दोस्तों, स्वागत है आपका Book Brevity चैनल पर। मैं हूँ V.K, और आज हम 'The Courage to Be Disliked' book का depth summary जानेंगे। यह book मुख्य रूप से Adlerian Psychology पर आधारित है, जिसे Alfred Adler द्वारा develop किया गया था। यह book एक conversation के रूप में लिखी गई है, जिसमें एक युवा और एक philosopher के बीच बातचीत होती है। तो चलिए, शुरू करते हैं।

Chapter 1: Deny Trauma

इसमें philosopher हमें यह सिखाता है कि अतीत की घटनाओं को अपने वर्तमान पर हावी होने देना एक व्यक्तिगत चुनाव है। यह एक चुनौतीपूर्ण अवधारणा है क्योंकि हम अक्सर अपने दुखों और समस्याओं के लिए अतीत को दोष देते हैं। Philosopher कहते हैं, 'आपके जीवन की दिशा आपके द्वारा चुनी जाती है, न कि आपके अतीत द्वारा।'
Example के लिए, यदि कोई व्यक्ति अपने बचपन में अपमानित हुआ है, तो वह इसे अपने वर्तमान और भविष्य के जीवन को नियंत्रित करने का बहाना बना सकता है। लेकिन philosopher का तर्क है कि यह घटना केवल एक तथ्य है; यह हमारे निर्णय पर निर्भर करता है कि हम इसे कैसे देखना चाहते हैं। यह chapter हमें यह सिखाता है कि दुखी होना एक चुनाव है, और हमें अपने अतीत को अपने वर्तमान पर हावी होने नहीं देना चाहिए।

Chapter 2: All Problems Are Interpersonal Relationship Problems

इसमें philosopher इस बात पर जोर देते हैं कि हमारे जीवन की ज्यादातर समस्याएं दूसरों के साथ हमारे संबंधों से जुड़ी होती हैं। उन्होंने कहा, 'हम स्वयं को इसलिए नापसंद करते हैं क्योंकि हम दूसरों के द्वारा अस्वीकृत होने से डरते हैं।'
Philosopher बताते हैं कि हम अपने आत्म-सम्मान को दूसरों के विचारों और प्रतिक्रियाओं पर आधारित करते हैं। जब हम अपनी खुशियों और दुखों को दूसरों पर निर्भर करते हैं, तो हम वास्तव में अपनी शक्ति को खो देते हैं। इसके समाधान के लिए, उन्होंने 'Self-Reliance' और 'Community Feeling' के महत्व को बताया। Self-Reliance का मतलब है कि हमें अपनी खुशियों के लिए खुद पर निर्भर होना चाहिए, जबकि Community Feeling का मतलब है कि हमें अपने जीवन में दूसरों के साथ एक सकारात्मक संबंध स्थापित करना चाहिए।
इस chapter का मुख्य संदेश है कि Interpersonal Relationship का उद्देश्य सामुदायिक भावना होनी चाहिए। जब हम खुद को और दूसरों को समझते हैं, तो हम अपनी समस्याओं का समाधान कर सकते हैं।

Chapter 3: Discard Other People's Tasks

इसमें philosopher हमें सिखाते हैं कि हमें 'दूसरों के कार्यों को त्यागना' चाहिए। उन्होंने कहा कि 'हम अपनी और दूसरों की जिम्मेदारियों को अलग-अलग समझना चाहिए।'
Philosopher ने एक महत्वपूर्ण अवधारणा प्रस्तुत की, जिसे 'Separating Tasks' कहा जाता है। इसका मतलब है कि हमें यह पहचानना चाहिए कि कौन सा कार्य हमारा है और कौन सा दूसरों का। जब हम दूसरों के कार्यों में हस्तक्षेप करते हैं, तो हम अपनी ऊर्जा और समय को बर्बाद करते हैं और अक्सर तनाव और संघर्ष का सामना करते हैं। Example के लिए, अगर आपके दोस्त का जीवन सही दिशा में नहीं जा रहा है, तो यह उसका कार्य है, न कि आपका। आपको उसकी मदद करनी चाहिए, लेकिन उसके कार्यों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।
इस chapter का मुख्य संदेश है कि हमें दूसरों के कार्यों को त्यागना चाहिए और अपने कार्यों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। इससे हम अपने जीवन में शांति और संतुलन पा सकते हैं।

Chapter 4: Where the Center of the World Is

इसमें philosopher इस बात पर चर्चा करते हैं कि 'दुनिया का केंद्र कहां है।' उन्होंने कहा कि 'हम अपने दिल में क्या है उसे नहीं बदल सकते, लेकिन हमें अपने दिल को बदलने का साहस होना चाहिए।'
यह chapter हमें सिखाता है कि हमें अपने दिल की सुननी चाहिए और अपनी खुद की पहचान बनानी चाहिए। उन्होंने 'The Courage to Be Normal' का महत्व बताया, जिसका मतलब है कि हमें साधारण होने का साहस होना चाहिए। इसका मतलब है कि हमें समाज के मानकों के अनुसार जीवन जीने के बजाय अपने मानकों के अनुसार जीवन जीना चाहिए।
Philosopher का तर्क है कि जीवन एक sequence है, जो छोटे-छोटे क्षणों से बनी होती है। हमें हर क्षण का आनंद लेना चाहिए और उसे अर्थपूर्ण बनाना चाहिए। इस chapter का मुख्य संदेश है कि हमें अपने दिल की सुननी चाहिए और जीवन को पूरी तरह से जीना चाहिए।

Chapter 5: Live Like You’re Dancing

इसमें philosopher 'जीवन जीने की कला' के बारे में बात करते हैं। उन्होंने कहा कि 'हमें जीवन को ऐसे जीना चाहिए जैसे हम नृत्य कर रहे हों।'
इसका मतलब है कि हमें जीवन के हर क्षण का आनंद लेना चाहिए और उसे अर्थपूर्ण बनाना चाहिए। हमें अपने जीवन को एक नृत्य की तरह देखना चाहिए, जहां हर कदम, हर movement का अपना एक महत्व और सुंदरता होती है। इस chapter में philosopher ने बताया कि हमें अपनी गलतियों से सीखना चाहिए और उन्हें अपने जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए, न कि उन्हें अपने ऊपर हावी होने देना चाहिए।
इस chapter का मुख्य संदेश है कि हमें जीवन को नृत्य की तरह जियो, जहां हर पल का आनंद लेना चाहिए और हर अनुभव से सीखना चाहिए।

Conclusion 

तो दोस्तों, यह था 'The Courage to Be Disliked' का depth summary। इस book से हमने सीखा कि हमें अपने अतीत को छोड़कर वर्तमान में जीना चाहिए, दूसरों के कार्यों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए, और जीवन को पूरी तरह से आनंद लेना चाहिए। इस book ने हमें यह भी सिखाया कि हमें अपने दिल की सुननी चाहिए और जीवन को अपने तरीके से जीना चाहिए।
अगर आपको यह video पसंद आया हो तो Like और Subscribe जरूर करें। और हां, अगर आप किसी और book का summary चाहते हैं, तो हमें Comments में जरूर बताएं। अगले video में मिलते हैं, तब तक के लिए खुश रहें और साहस के साथ जियें!
धन्यवाद!

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