Who Moved My Cheese? By Spencer Johnson - Audiobook Summary in Hindi | Book Brevity

 दोस्तों, क्या आपको पता है कि बदलाव से निपटने का एक प्रभावी तरीका क्या है? क्या होगा अगर अचानक आपकी नौकरी चली जाए? क्या करेंगे अगर आपका व्यापार अनपेक्षित समस्याओं का सामना करे? life में कुछ भी स्थायी नहीं होता, और बदलाव life का एक स्थिर हिस्सा है। अंतर इस बात में होता है कि आप इन बदलावों का सामना कैसे करते हैं। आज की हमारी कहानी ‘Who Moved My Cheese?’ आपको बताएगी कि कैसे चार किरदारों में से एक ने बदलाव से निपटने का सबसे अच्छा तरीका खोजा। इस रोमांचक यात्रा में आप खुद को इन किरदारों में देख सकते हैं। तो चलिए, शुरू करते हैं!

Who Moved My Cheese? By Spencer Johnson - Hindi Book Summary Book Brevity
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Chapter 1: कहानी के पीछे की कहानी

दोस्तों, कभी सोचा है कि क्यों हम बदलाव से इतना डरते हैं? इस किताब के लेखक, Spencer Johnson ने भी यही सोचा था। उन्होंने देखा कि बहुत से लोग अपनी जिंदगी में आने वाले बदलावों से घबरा जाते हैं। इसलिए उन्होंने एक ऐसी कहानी लिखी जो हमें बदलाव को आसानी से समझने में मदद करे।

इस किताब की कहानी चार मुख्य किरदारों के इर्द-गिर्द घूमती है: दो छोटे चूहे, ‘Sniff’ और ‘Scurry,’ और दो छोटे इंसान, ‘Hem’ और ‘Haw’। ये सभी पात्र भूलभुलैया में रहते हैं और ‘Cheese’ की तलाश में होते हैं। यह ‘Cheese’ life के उन सभी चीजों का प्रतीक है जिसे हम चाहते हैं – जैसे नौकरी, प्यार, पैसा, खुशियाँ, आदि।

कहानी के माध्यम से Spencer Johnson ने यह समझाने की कोशिश की है कि कैसे इन पात्रों के व्यवहार हमें खुद के life में बदलाव के प्रति अपने नजरिए पर सोचने के लिए मजबूर करते हैं। इस पुस्तक का मुख्य उद्देश्य है हमें यह सिखाना कि life में कैसे हम तेजी से बदलती परिस्थितियों के साथ खुद को अनुकूलित कर सकते हैं।

Chapter 2: भूलभुलैया और cheese की खोज

एक बार की बात है, एक अजीब सी जगह थी। वहां दो चूहे थे, Sniff और Scurry, और दो छोटे इंसान, Hem और Haw। ये सब cheese ढूंढ रहे थे। समझ लो, cheese उनकी जिंदगी की हर अच्छी चीज थी - एक अच्छी नौकरी, प्यार, या फिर पैसे।

Sniff और Scurry साधारण और सीधे-सादे थे। वे पूरे दिन cheese की तलाश में अपनी नाक से सूंघते और भूलभुलैया में दौड़ते रहते थे। दूसरी तरफ, Hem और Haw की complex brain के कारण उनके भावनाएँ और विश्वास cheese को उनके लिए महत्वपूर्ण बना देती थीं, जो उन्हें उतनी ही खुशी देता था जितनी चूहों को।

हर सुबह, ये चारों अपने दौड़ने के जूते पहनकर तैयार हो जाते और भूलभुलैया में cheese की खोज में निकल पड़ते। भूलभुलैया कई कमरों और गलियारों से भरी हुई थी। कुछ कमरे cheese से भरे हुए थे, जबकि अन्य अंधेरे और खाली थे, जहाँ कोई आसानी से भटक सकता था।

Sniff और Scurry अपनी सूंघने और दौड़ने की आदतों का उपयोग करते हुए गलियारे में घुसते, और अगर वह खाली होता, तो वे वापस लौटते और नए गलियारों की खोज में लग जाते।

Hem और Haw, अपनी complex mindset के साथ, अधिक भावनात्मक और विश्वास से जुड़े होते थे, जो उनकी खोज को और अधिक चुनौतीपूर्ण और जटिल बनाता था।

आखिरकार, चारों ने 'Cheese Station C' नामक एक जगह खोज निकाली, जहाँ हमेशा cheese के ढेर लगे होते थे। यह उनकी खोज का अंत था, और चारों ने यहाँ अपनी daily routine में बस जाने का फैसला किया।

Chapter 3: Cheese का आरामदायक life

Sniff और Scurry रोज़ सुबह जल्दी उठकर अपने जूते पहनकर Station C की ओर दौड़ते, अपने जूतों को गले में लटका लेते ताकि वे जल्दी से फिर से दौड़ने के लिए तैयार हो सकें। फिर वे आराम से cheese का आनंद लेते।

Hem और Haw का life थोड़ा अलग था। वे आराम से उठते, धीरे-धीरे Station C की ओर चलते, क्योंकि उन्हें पूरा यकीन था कि cheese का खजाना वहाँ हमेशा रहेगा।

Cheese Station C तक पहुँचने के बाद, वे आराम करते, अपने जूतों को उतारकर चप्पल पहन लेते और cheese खाने का आनंद लेते। उनके लिए यह cheese एक खजाने की तरह था, जो lifeभर के लिए पर्याप्त था।

Hem और Haw पूरी तरह से आश्वस्त थे कि Station C उनका है। उन्होंने अपने पास की दीवारों पर लिख दिया था, "cheese होने से खुशी मिलती है।" वे रोज़ इस पंक्ति को पढ़ते और खुशी महसूस करते।

Cheese के इस खजाने ने उन्हें आत्म-संतुष्टि और सुरक्षा दी, और उन्होंने अपने life के छोटे-छोटे आरामदायक कोनों में बस जाने का निर्णय लिया।

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Chapter 4: Cheese की समाप्ति और प्रतिक्रिया

एक दिन, जब Sniff और Scurry Station C पहुँचे, तो उन्होंने देखा कि सारी cheese गायब हो चुकी है। वे बिल्कुल भी आश्चर्यचकित नहीं हुए, क्योंकि उन्होंने cheese के ढेरों को धीरे-धीरे कम होते देखा था। वे पहले से ही इसके लिए तैयार थे।

Sniff और Scurry ने तुरंत अपने दौड़ने के जूते पहने और समझ लिया कि अब उन्हें cheese की नई जगह की तलाश करनी होगी।

दूसरी ओर, Hem और Haw जब कुछ घंटे बाद Station C पहुँचे, तो वे दंग रह गए। उन्हें पहले कभी cheese के ढेरों को कम होते नहीं देखा था, इसलिए जब cheese गायब मिली, तो वे बिल्कुल स्तब्ध हो गए।

"यह कैसे हो सकता है?" Hem चिल्लाया।

Hem का गुस्सा बढ़ता गया, और उन्होंने दीवार पर लिखा, "cheese होने से खुशी मिलती है," को बार-बार पढ़ते हुए जोर से चिल्लाया, "यह हमारा cheese है! यह यहाँ हमेशा के लिए रहना चाहिए।"

Chapter 5: परिवर्तन की स्वीकृति और खोज

Haw ने धीरे-धीरे स्थिति को समझना शुरू किया। उन्होंने सोचा, "अगर Sniff और Scurry cheese की नई जगह ढूंढ सकते हैं, तो हम क्यों नहीं?"

Haw ने Hem को नई cheese की खोज के लिए मनाने की कोशिश की, लेकिन Hem बदलाव से डर रहा था। वह बदलाव को स्वीकार नहीं कर पा रहा था और उसे अपने पुराने cheese station से चिपके रहने की आदत थी।

Haw ने दीवार पर लिखा, "अगर तुम परिवर्तन नहीं करोगे, तो तुम विलुप्त हो जाओगे।"

इसके बाद, Haw ने एक बड़ा फैसला लिया। उन्होंने Hem को पीछे छोड़ दिया और अकेले ही भूलभुलैया में नई cheese की खोज में निकल पड़े।

Chapter 6: नई cheese की खोज और life के नए सबक

भूलभुलैया में चलते-चलते Haw को कुछ छोटे-छोटे cheese के टुकड़े मिले, जिन्हें पाकर वह बहुत खुश हुआ। उन्होंने सोचा, "शायद यही मेरी नई शुरुआत है।"

हालांकि, रास्ता कठिन था, और कई बार Haw को निराशा भी हुई, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी।

उन्होंने एक और दीवार पर लिखा, "नए दिशा में चलने से नया cheese मिलता है।"

Haw ने महसूस किया कि जब उन्होंने अपने डर को पीछे छोड़ दिया, तो cheese की तलाश उन्हें नई उम्मीद और खुशी दे रही थी।

Chapter 7: अंत में बदलाव की स्वीकृति

अंत में, Haw एक नए cheese station तक पहुँचे, जो पहले से भी बड़ा था और cheese से भरा हुआ था। Haw ने महसूस किया कि बदलाव को स्वीकार करने से ही वह इस नए खजाने तक पहुँच सके।

उन्होंने दीवार पर आखिरी बार लिखा, "जितनी जल्दी तुम पुराने cheese को छोड़ दोगे, उतनी जल्दी तुम्हें नया cheese मिलेगा।"

Haw ने खुद को बताया, "अगर मैं पहले ही डर को छोड़ देता और बदलाव को स्वीकार कर लेता, तो शायद मैं और जल्दी यहाँ पहुँच जाता।"

और इस तरह, Hem और Haw की कहानी हमें यह सिखाती है कि life में बदलाव अटल हैं, और हमें इन्हें स्वीकार कर आगे बढ़ना चाहिए, क्योंकि यही life का सच है।

Conclusion: 

तो दोस्तों, ‘Who Moved My Cheese?’ की इस book से हमें यही सीख मिलती है कि बदलाव को अपनाना और life में आगे बढ़ना बहुत जरूरी है। हम अपने डर और आशंकाओं में फंसे रहते हैं, लेकिन जैसे ही हम इन्हें छोड़ देते हैं, life में नई संभावनाएँ खुलती हैं। तो चलिए, इस सीख को अपने life में लागू करते हैं और हर नए बदलाव को एक नए मौके की तरह अपनाते हैं। अगर आपको ये video पसंद आई हो तो इसे Like करें, Share करें, और हमारे channel 'Book Brevity' को Subscribe करना न भूलें। और हां आप अगला summary किस book का चाहते हैं Comment में जरूर बताएं।

धन्यवाद! 'Book Brevity' के साथ जुड़े रहें, अगली बार फिर मिलेंगे एक नई किताब के साथ। तब तक पढ़ते रहें, सीखते रहें, और आगे बढ़ते रहें!

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