Can't Hurt Me by David Goggins Book Summary in Hindi

दोस्तों, क्या आपने कभी ऐसा महसूस किया है कि जिंदगी ने आपको इतने कड़े इम्तिहान दिए हैं कि आप टूटने की कगार पर पहुंच गए हों? लेकिन फिर भी, कहीं न कहीं, आपके अंदर एक ताकत है जो आपको हार मानने से रोकती है। Hello दोस्तो ‘Book Brevity’ में आपका फिर से स्वागत है। आज हम बात करेंगे एक ऐसे शख्स की, जिसने अपने जीवन में हर मुश्किल को एक चुनौती के रूप में लिया और उसे पार किया। हम बात कर रहे हैं David Goggins की, और उनकी बेमिसाल किताब "Can't Hurt Me" की। दोस्तों, यह किताब सिर्फ एक इंसान की कहानी नहीं है, बल्कि यह एक संघर्ष और आत्म-विकास की यात्रा है। David Goggins ने अपनी जिंदगी में ऐसे-ऐसे कठिन दौर से गुजरे हैं, जिन्हें सुनकर आपको लगेगा कि ये इंसान असंभव को संभव बनाने में विश्वास करता है।

Can't Hurt Me by David Goggins Book Summary in Hindi
Can't Hurt Me by David Goggins Book Summary in Hindi 

इस video में हम विस्तार से जानेंगे कि कैसे David Goggins ने अपने बचपन की कठिनाइयों से लेकर Navy SEAL बनने तक के सफर में अपनी सीमाओं को बार-बार पार किया और एक अद्वितीय योद्धा बने। इससे पहले आप इस amazing book में खो जाए, अगर आपने अभी तक हमारे channel को Subscribe नहीं किया है तो तुरंत Subscribe कर दे और video को Like भी कर दे। तो चलिए शुरू करते हैं।


CHAPTER 1: Childhood and Struggles 

सबसे पहले बात करते हैं David Goggins के बचपन की। Goggins का जन्म एक बहुत ही गरीब परिवार में हुआ था। उनका बचपन बेहद कठिनाइयों से भरा हुआ था। उनका परिवार America के New York शहर के एक छोटे से इलाके में रहता था। उनके पिता, Trunnis Goggins, एक क्रूर और हिंसक व्यक्ति थे, जो अपने परिवार के साथ बहुत ही बुरा व्यवहार करते थे।

Goggins के पिता एक sketching ring चलाते थे और उन्होंने अपने बच्चों को भी वहां काम करने के लिए मजबूर किया। ये काम रात के वक्त होता था, जिस कारण Goggins और उनके भाई को नींद पूरी नहीं मिल पाती थी। जब दूसरे बच्चे school जाते थे, तब वे लोग थकान और नींद से जूझते रहते थे।

इनके पिता का अत्याचार इतना ज्यादा था कि उनकी माँ को कई बार हिंसा का शिकार होना पड़ा। Goggins ने खुद भी कई बार अपने पिता के हाथों मार खाई। इस तरह का कठिन बचपन एक बच्चे के मनोबल को तोड़ सकता है, लेकिन Goggins ने इस दर्द को अपनी ताकत बना लिया। 

दोस्तों, बचपन की इन घटनाओं ने उन्हें एक मजबूत इंसान बनने की नींव रखी। उन्होंने बचपन में ही सिखा कि दर्द को कैसे सहन करना है और कैसे उससे उबरना है। यह सीख उनके जीवन में आने वाली बड़ी-बड़ी चुनौतियों का सामना करने में बहुत काम आई।


CHAPTER 2: The Turning Point 

Goggins का जीवन एक महत्वपूर्ण मोड़ पर आया जब उन्होंने अपने जीवन को पूरी तरह से बदलने का फैसला किया। Goggins के युवा अवस्था में उनका वजन बहुत ज्यादा बढ़ गया था। वह अत्यधिक मोटापे से ग्रस्त थे और आत्म-संदेह से घिरे हुए थे। उनके जीवन में कोई दिशा नहीं थी और वह पूरी तरह से हताश हो चुके थे।

एक दिन, उन्होंने TV पर Navy SEALs की भर्ती का एक विज्ञापन देखा। वह इसे देखकर हैरान रह गए। उन्होंने सोचा कि क्या वह भी इस कठिन practice को पूरा कर सकते हैं? यह विचार उनके मन में गहराई से बैठ गया। उन्होंने ठान लिया कि वह Navy SEALs में शामिल होंगे, चाहे इसके लिए उन्हें कितना भी संघर्ष करना पड़े।

Navy SEALs की training के लिए चयन होना बहुत कठिन था। इसका सबसे पहला step था Physical Fitness Test। Goggins को अपने वजन और शारीरिक स्थिति को देखते हुए यह असंभव सा लगा, लेकिन उन्होंने हार मानने की बजाय इसे अपनी चुनौती बना लिया। उन्होंने ठान लिया कि वह किसी भी हालत में अपने शरीर को fit करेंगे और इस test को पास करेंगे।

दोस्तों, यहाँ हमें एक बहुत महत्वपूर्ण सबक मिलता है। अगर हम अपने दिमाग को किसी लक्ष्य पर केंद्रित कर लें और पूरी ईमानदारी और मेहनत के साथ उसे हासिल करने की कोशिश करें, तो कुछ भी असंभव नहीं होता। Goggins ने खुद को चुनौती दी और अपनी सारी शक्तियों को एकत्रित कर इस चुनौती का सामना किया।


CHAPTER 3: Embracing Pain and Suffering 

Navy SEALs की training बहुत ही कठिन थी। इसके लिए शारीरिक और मानसिक दोनों प्रकार की मजबूती की जरूरत थी। लेकिन Goggins ने इस training को एक अवसर के रूप में देखा। वह जानते थे कि यह उनके जीवन को बदलने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। उन्होंने इस कठिन training को अपने जीवन का सबसे बड़ा challenge बना लिया।

इस दौरान उन्होंने एक महत्वपूर्ण सिद्धांत सीखा, जिसे वह "The 40% Rule" कहते हैं। यह नियम कहता है कि जब हम सोचते हैं कि हम पूरी तरह से थक चुके हैं और अब आगे नहीं बढ़ सकते, तब भी हमारे पास 60% ऊर्जा और बची होती है। मतलब, जब हम खुद को अपनी हद पर समझते हैं, तब भी हम और अधिक कर सकते हैं। इस सिद्धांत ने Goggins को अपने हर मुश्किल में और आगे बढ़ने की ताकत दी।

दोस्तों, यह सबक हमारे जीवन में भी बहुत महत्वपूर्ण है। अक्सर हम छोटी-छोटी मुश्किलों में हार मान लेते हैं, लेकिन अगर हम अपनी मानसिक और शारीरिक ताकतों का सही उपयोग करें, तो हम अपनी सीमाओं से परे जा सकते हैं। Goggins की यह सीख हमें बताती है कि हमें अपने दर्द और तकलीफों को एक चुनौती के रूप में देखना चाहिए और उनसे सीखते हुए आगे बढ़ना चाहिए।


CHAPTER 4: Overcoming Obstacles 

Goggins के जीवन में कई बार ऐसी परिस्थितियाँ आईं जब उन्होंने हार मानने की स्थिति का सामना किया। लेकिन उन्होंने कभी भी हार नहीं मानी। Navy SEALs की training के दौरान उन्हें कई बार गंभीर शारीरिक चोटें आईं, लेकिन उन्होंने कभी भी अपने लक्ष्य से मुंह नहीं मोड़ा।

एक बार, उन्हें गंभीर चोट लगी और डॉक्टरों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी। लेकिन Goggins ने इस सलाह को नजरअंदाज किया और खुद को और अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने अपनी चोट को ठीक करने के बजाय अपने शरीर को और अधिक मेहनत करवाया। उन्होंने कहा कि उनके मन में एक ही बात थी, "हार मानना विकल्प नहीं है।"

दोस्तों, यह जीवन में आने वाली किसी भी कठिनाई का सामना करने का एक अनोखा तरीका है। Goggins ने सिखाया कि कठिनाइयों का सामना करते समय हमें धैर्य और संकल्प के साथ आगे बढ़ना चाहिए। कठिनाइयाँ चाहे कितनी भी बड़ी हों, अगर आपके पास दृढ़ निश्चय है और आप मेहनत करने के लिए तैयार हैं, तो कोई भी बाधा आपको रोक नहीं सकती।


CHAPTER 5: Mental Toughness 

Goggins का मानना है कि शारीरिक शक्ति से भी ज्यादा महत्वपूर्ण होती है मानसिक शक्ति। उनका कहना है कि हमारी मानसिक स्थिति ही हमारे शारीरिक प्रयासों को निर्धारित करती है। अगर हमारा मन मजबूत है, तो हम किसी भी परिस्थिति में खुद को मजबूत बना सकते हैं।

उन्होंने अपने जीवन में 'Accountability Mirror' का उपयोग किया। यह एक साधारण सा आइना था, जिसमें वह रोज सुबह खुद से सवाल पूछते थे। वह खुद से पूछते थे कि आज मैंने क्या किया, क्या मैं अपने लक्ष्य के लिए सही दिशा में काम कर रहा हूँ, क्या मैं अपने सपनों की ओर बढ़ रहा हूँ? इस आइने का उद्देश्य था खुद को सच्चाई से रूबरू कराना और अपनी कमजोरियों को स्वीकार करना।

दोस्तों, इस technique से हमें यह सीखने को मिलता है कि हमें अपने जीवन में ईमानदारी से खुद का मूल्यांकन करना चाहिए। अगर हम अपनी कमजोरियों को पहचानते हैं और उन्हें दूर करने के लिए काम करते हैं, तो हम अपने लक्ष्यों को हासिल कर सकते हैं। यह मानसिक शक्ति हमें हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार करती है।


CHAPTER 6: Building a Calloused Mind 

Goggins ने अपने मन को एक कठोर परत से ढक लिया, जैसे कि मेहनत करने से हमारे हाथों पर मोटी चमड़ी आ जाती है। उनका मानना था कि जीवन में आने वाली कठिनाइयों को सहन करना और उनसे सीखना ही हमें मजबूत बनाता है।

उन्होंने कहा कि अगर हम अपने मन को बार-बार कठिन परिस्थितियों में डालें, तो वह कठिनाइयों का सामना करने के लिए तैयार हो जाता है। इस प्रक्रिया को उन्होंने 'Callousing the Mind' कहा। 

दोस्तों, इस सिद्धांत से हमें यह सीखने को मिलता है कि हमें अपने जीवन में लगातार चुनौतियों का सामना करना चाहिए। यह चुनौतियाँ हमें और मजबूत बनाती हैं और हमें भविष्य की कठिनाइयों का सामना करने के लिए तैयार करती हैं। हमें अपने मन को इस तरह से तैयार करना चाहिए कि हम किसी भी परिस्थिति में टूटें नहीं, बल्कि और मजबूत बनें।

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CHAPTER 7: Taking Souls 

एक और महत्वपूर्ण technique जो Goggins ने अपने जीवन में अपनाई, वह थी "Taking Souls"। इसका मतलब है कि जब लोग सोचते हैं कि आप हार मानने वाले हैं, तब आप उन्हें गलत साबित कर दें और अपनी शक्ति से उन्हें चौंका दें। यह एक मानसिक खेल है जिसे Goggins ने अपने जीवन में बार-बार खेला।

Goggins बताते हैं कि जब भी वह किसी कठिन परिस्थिति में होते थे, तो वह अपने विरोधियों को मानसिक रूप से पराजित करने की कोशिश करते थे। उन्होंने एक बार बताया कि जब वह Navy SEALs की Hell Week में थे, तब Instructor उन्हें लगातार तंग कर रहे थे। उन्होंने सोचा कि यह Instructor चाहते हैं कि वह हार मान लें। लेकिन Goggins ने ठान लिया कि वह उन्हें ऐसा कोई मौका नहीं देंगे। उन्होंने अपनी पूरी ताकत और सहनशक्ति का प्रदर्शन किया और अपने Instructor को दिखाया कि वह उनसे बेहतर हैं। इसने न केवल Goggins को शक्ति दी बल्कि उनके Instructor को भी चौंका दिया।

दोस्तों, इस सिद्धांत से हमें यह सीखने को मिलता है कि जीवन में जब भी कोई हमें नीचे गिराने की कोशिश करे, हमें अपनी पूरी शक्ति से उन्हें गलत साबित करना चाहिए। यह केवल हमारी मानसिक ताकत को बढ़ाता है बल्कि हमारे आत्मविश्वास को भी एक नया आयाम देता है। 


CHAPTER 8: The Cookie Jar 

एक और महत्वपूर्ण सिद्धांत जिसे Goggins ने अपने जीवन में अपनाया, वह है "The Cookie Jar"। इस सिद्धांत का अर्थ है कि हमारे जीवन में जब भी हम कठिनाइयों का सामना करते हैं, तो हमें अपने अतीत की उन सफलताओं को याद करना चाहिए, जिन्हें हमने पहले हासिल किया है। यह सफलताएँ हमें कठिन समय में प्रेरणा देती हैं और हमें आगे बढ़ने की ताकत देती हैं।

Goggins बताते हैं कि जब भी वह किसी कठिन परिस्थिति में होते थे, तो वह अपने जीवन के उन क्षणों को याद करते थे जब उन्होंने असंभव को संभव बनाया था। उन्होंने अपने दिमाग में एक "cookie jar" बना लिया था, जिसमें वह अपनी सारी उपलब्धियों को सहेज कर रखते थे। जब भी वह थकान या निराशा महसूस करते थे, वह उस "cookie jar" से एक cookie निकालते और खुद को याद दिलाते कि अगर उन्होंने पहले ऐसा किया है, तो वह अब भी कर सकते हैं।

दोस्तों, यह एक बहुत ही शक्तिशाली सिद्धांत है। हम सभी के जीवन में ऐसे क्षण होते हैं जब हम महसूस करते हैं कि हम आगे नहीं बढ़ सकते। लेकिन अगर हम अपने अतीत की सफलताओं को याद करें और उनसे प्रेरणा लें, तो हम किसी भी कठिनाई का सामना कर सकते हैं। यह हमें आत्म-विश्वास और हिम्मत देता है, जिससे हम जीवन में आगे बढ़ते हैं।


CHAPTER 9: Failure is Your Friend 

Goggins ने अपने जीवन में बहुत सी असफलताओं का सामना किया, लेकिन उन्होंने कभी भी इन असफलताओं को अपनी प्रगति के रास्ते में आने नहीं दिया। उनके अनुसार, असफलता एक बहुत ही अच्छा शिक्षक है। यह हमें सिखाती है कि हमें कहाँ सुधार की आवश्यकता है और हमें कैसे और बेहतर बनना है।

उन्होंने कहा कि असफलता से डरना नहीं चाहिए, बल्कि उसे गले लगाना चाहिए। जब वह पहली बार Navy SEALs के प्रशिक्षण में असफल हुए, तो उन्होंने इसे अपनी हार के रूप में नहीं देखा, बल्कि इसे एक सबक के रूप में लिया। उन्होंने अपनी गलतियों से सीखा और खुद को और बेहतर बनाने के लिए मेहनत की। यही कारण है कि वह अगले प्रयास में सफल हुए।

दोस्तों, असफलता एक ऐसी चीज है जिसे हम सभी को जीवन में कभी न कभी झेलना पड़ता है। लेकिन अगर हम इसे एक सकारात्मक दृष्टिकोण से देखें, तो यह हमें और मजबूत बनाती है। हमें अपनी असफलताओं से सीखना चाहिए और उन्हें अपने विकास का हिस्सा बनाना चाहिए। 


CHAPTER 10: What If? 

Goggins के जीवन का सबसे प्रेरणादायक सिद्धांत है "What If?"। वह कहते हैं कि जब भी हम किसी कठिन परिस्थिति में होते हैं, हमें खुद से यह सवाल पूछना चाहिए "क्या हो अगर?"। यह सवाल हमें अपनी सीमाओं को तोड़ने और नई संभावनाओं की खोज करने के लिए प्रेरित करता है।

उन्होंने कहा कि जब वह Navy SEALs की training के दौरान कई बार विफल हुए, तब उन्होंने खुद से पूछा, "क्या हो अगर मैं सफल हो जाऊं?" इस सवाल ने उन्हें हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि इस सवाल ने उन्हें अपनी सीमाओं को बार-बार पार करने के लिए मजबूर किया और इसी ने उन्हें वह बना दिया जो वह आज हैं।

दोस्तों, यह सवाल हमें अपनी जिंदगी में नई दिशाओं की ओर ले जा सकता है। अगर हम भी अपनी जिंदगी में इस सवाल को अपनाएं और खुद से पूछें कि "क्या हो अगर मैं यह करूं?" तो हम अपनी क्षमताओं को नई ऊँचाइयों पर ले जा सकते हैं। यह सवाल हमें हमारे डर और संदेहों से बाहर निकलने और एक नया दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित करता है।


CHAPTER 11: Never Finished 

Goggins का मानना है कि विकास और सुधार की यात्रा कभी खत्म नहीं होती। उनका कहना है कि हम चाहे जितनी भी ऊँचाइयों पर पहुँच जाएं, हमें हमेशा खुद को और बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत रहना चाहिए।

उन्होंने कहा कि Navy SEALs बनने के बाद भी उन्होंने अपनी यात्रा को खत्म नहीं माना। उन्होंने खुद को और अधिक कठिन चुनौतियों में डाला, जैसे कि Ultra-marathon और अन्य शारीरिक और मानसिक परीक्षाएं। वह हमेशा खुद को यह याद दिलाते थे कि वह अभी भी अधूरे हैं और उन्हें और बेहतर बनने की जरूरत है।

दोस्तों, यह सिद्धांत हमें यह सिखाता है कि हमें कभी भी संतुष्ट नहीं होना चाहिए। हमें हमेशा अपनी क्षमताओं को और बढ़ाने और अपने लक्ष्यों को और ऊँचा करने की कोशिश करनी चाहिए। Goggins ने हमें सिखाया कि हमारी यात्रा कभी खत्म नहीं होती, और हमें हमेशा अपने आप को बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत रहना चाहिए।


Conclusion:

दोस्तों, "Can't Hurt Me" सिर्फ एक किताब नहीं है, यह एक जीवन जीने का तरीका है। David Goggins की कहानी हमें सिखाती है कि हमारी सीमाएँ केवल हमारे मन में होती हैं, और अगर हम इन्हें तोड़ने का साहस रखते हैं, तो हम किसी भी बाधा को पार कर सकते हैं।

यह किताब हमें सिखाती है कि दर्द, कठिनाइयाँ, और असफलता हमारे विकास के आवश्यक हिस्से हैं। अगर हम इन्हें गले लगाते हैं और उनसे सीखते हैं, तो हम अपने जीवन में असंभव को भी संभव बना सकते हैं।

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